केरल में चक्रवातीय वर्षा से बाढ़ की संभावना
DNV (14 मई, 2021)
केंद्रीय जल आयोग ने शुक्रवार को दक्षिण केरल के कई इलाकों में भारी से बहुत भारी बारिश की सूचना दी है । आयोग के आधिकारिक बाढ़ पूर्वानुमान ट्वीट के अनुसार “14 मई 2021 को 0830 बजे IST (300UTC) पर केरल IMD AWS में भारी से बहुत भारी बारिश की सूचना दर्ज की गयी है .
आईएमडी ने पहले 16 मई तक दक्षिणपूर्वी अरब सागर और उससे सटे लक्षद्वीप क्षेत्र में कम दबाव के क्षेत्र में एक चक्रवाती तूफान, टौक्ता (Tauktae) के तेज होने की संभावना का अनुमान लगाया था। चक्रवात केरल, माहे व् कर्नाटक के तटीय क्षेत्रों को प्रभावित करने की संभावना है। लक्षद्वीप, गोवा और महाराष्ट्र भी इस तूफ़ान से प्रभावित हो सकते है. आईएमडी ने कल के चेतावनी बुलेटिन में मछुआरों को 17 मई तक समुद्र में न जाने की चेतावनी जारी की थी। आईएमडी ने यह भी कहा कि चक्रवातीय तूफ़ान के प्रभाव से 40-50 किमी प्रति घंटे की हवा की गति 15 मई को 70 किमी प्रति घंटे तक तेज हो सकती है, और 16 मई तक इसकी गति 80 किमी प्रति घंटे तक भी पहुंच सकती है।
भारतीय मौसम बिभाग द्वारा किये गए “उपग्रह वर्षा अनुमान” के अनुसार केरल , माहे व् सटे तटवर्ती क्षेत्रों के ऊपर मध्यम दर्जे की संवहनी गतिबिधियाँ दिख रही है , जो गंभीर मौसम के संकेत हैं . इनके अलावा अरब सागर में बन रही चक्रवातीय डिप्रेशन के परिणामस्वरूप अत्यधिक वर्षा की संभावना है . आई. एम्. डी के “ लैंड सरफेस मॉडल” यह संकेत दे रहे है की केरल व् माहे के क्षेत्रों में स्थित लगभग ६० प्रतिशत असंतृप्त वाटरशेड अब तक संतृप्त हो चुके हैं , जबकि आंशिक रूप से संतृप्त लगभग 85 प्रतिशत वाटरशेड के क्षेत्र प्रचुर मात्र में संतृप्त हो चुके, जिसके कारण “सरफेस रन ऑफ” की संभावनाएं अधिक है. GFS मॉडल के मुताबिक केरल , माहे व् तटवर्ती कर्नाटक के क्षेत्रो में अगले 24 घंटों में लगभग 204.40 मिलीमीटर वर्षा की संभावना है .
साभार – आई. एम्. डी